एक आपबीती सुनिए.... हाल ही में लखनऊ से बाहर गया था, वहाँ एक साहब ने सिगरेट पेश करते हुए कहा कि पीजिए. मैंने कहा जी मैं सिगरेट नहीं पीता. बड़े आश्चर्य और स्टाइल से मुझसे सवाल किया गया आप सिगरेट क्यों नहीं पीते?? मैंने उन्हें उसी स्टाइल में जवाब दिया...
सिगरेट की इतनी औकात नहीं है कि मेरे होठों से लग सके.
वो बस मेरा चेहरा देख रहे थे......
सिगरेट की इतनी औकात नहीं है कि मेरे होठों से लग सके.
वो बस मेरा चेहरा देख रहे थे......
आशीष
जवाब देंहटाएं